head छत्तीसगढ़ समाचार-पत्र संचालक व पत्रकार CG Newspaper and Journalist GK
WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

छत्तीसगढ़ समाचार-पत्र संचालक व पत्रकार CG Newspaper and Journalist GK

छत्तीसगढ़ समाचार-पत्र संचालक व पत्रकार सामान्य ज्ञान

छत्तीसगढ़ का सम्पूर्ण सामान्य ज्ञान Cg Mcq Question Answer in Hindi: Click Now

 1. माधवराव सप्रे (1871-1926) : जन्म : पथरिया ग्राम, दमोह जिला। माधवराव सप्रे रायपुर से 1900 ई० से प्रकाशित होने वाले पत्र ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ के संपादक थे। यह छत्तीसगढ़ अंचल का प्रथम पत्र था। वर्ष 1900 ई० में उनकी प्रेरणा से आनंद समाज वाचनालय (कंकाली टीला, रायपुर) की स्थापना हुई। वर्ष 1907 ई० में रायपुर में आयोजित तृतीय प्रांतीय राजनीतिक परिषद में ‘हिन्दी केसरी’ नामक पत्रिका निकालने का दायित्व सप्रेजी को सौंपा गया और 13 अप्रैल, 1907 ई० से इसका प्रकाशन आरंभ हुआ। ब्रिटिश शासन के विरोध में ‘हिन्दी केसरी’ में प्रकाशित लेखों : ‘देश की दुर्दशा’ एवं ‘बम गोले का रहस्य’- के कारण सप्रे जी को 21 अगस्त, 1908 ई० को गिरफ्तार कर लिया गया। सरकार के समक्ष माफीनामा पेश करने के फलस्वरूप उन्हें 2 नवम्बर, 1908 ई० को जेल से रिहा कर दिया गया। सप्रे जी ने बाल गंगाधार तिलक के गंथ ‘गीता रहस्य’ (मराठी) का हिन्दी में अनुवाद किया।
2. श्यामलाल चतुर्वेदी (जन्म : 20 फरवरी, 1926) : वर्ष 1948 में ‘कर्मवीर’ से पत्रकारिता प्रारंभ करने वाले श्री चतुर्वेदी ने दैनिक ‘महाकौशल’ में भी कार्य किया है
और वे ‘नवभारत टाइम्स’ तथा ‘जनसत्ता’ से सम्बद्ध रहे हैं। उन्हें ‘लोक स्वर’ तथा ‘शिक्षा संदेश’ (मासिक) का सम्पादन करने का अवसर मिला है। उनके अनेक कहानी संग्रह तथा कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें अनेक बार सम्मानित भी किया जा चुका है।
3. लज्जाशंकर हरदेनिया (जन्म : 11 जून, 1934) : साप्ताहिक ‘मध्यभूमि’ के सम्पादक श्री हरदेनिया ने ‘नव भारत’, ‘हितवाद’, जैसे समाचार-पत्रो में उच्च सम्पादकीय पदों पर कार्य किया, है। अनेकानेक पत्रकार संगठनों के नेता रहे श्री हरदेनिया ने विदेश यात्राएँ भी की हैं।
4. शरद जैन (जन्म: 5 फरवरी, 1951): देशबन्धु समाचार समूह के निदेशक श्री जैन को अध्ययन, समाज सेवा तथा वैज्ञानिक विषयों में गहन रूचि है।
5. सतीश जायसवाल : बिलासपुर के स्वतंत्र पत्रकार श्री जायसवाल के अनेकानेक लेख तथा कहानियां विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होकर उन्हें चर्चित बनाए हुए हैं।
6.शरद कोठारी (जन्म : 14 अगस्त, 1935) : ‘सबेरा संकेत’ के सम्पादक श्री कोठारी अनेकानेक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से संबंधित रहे हैं। एक लेखक एवं पत्रकार के रूप में उन्होंने विश्वभ्रमण किया है।
7. बबन प्रसाद मिश्र : श्री मिश्र रायपुर के अत्यन्त लोकप्रिय दैनिक ‘नवभारत’ के सम्पादक के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
8. रमेश नैयर (जन्म : 1 फरवरी, 1940): ‘युगधर्म’, ‘देशबंधु’, ‘एम. पी. क्रानिकल’, ‘भास्कर’ तथा ‘ट्रिब्यून’ जैसे समाचार-पत्रों से सम्बद्ध रहे श्री नैयर को ‘सण्डे आब्जर्बर’ का कार्यकारी सम्पादक रहने का अवसर मिला है। उन्हें अनेकानेक बार सम्मानित किया गया है। उन्होंने विश्वव्यापी भ्रमण किया है। 19. ललित सुरजन (जन्म : 22 जुलाई, 1946): देशबंधु समाचार-पत्र समूह के प्रधान सम्पादक श्री सुरजन अनेकानेक पत्रकारिता विषयक संस्थाओं से संबद्ध हैं। वे रोटरी क्लब के अनेक उच्च पदों पर रहे हैं। लेखक एवं कवि श्री सुरजन को निर्धन एवं अनाथ बच्चों के कल्याण में गहन रूचि है। अनेकानेक बार सम्मानित श्री सुरजन ने विश्व भ्रमण किया है।
10. बसन्त कुमार तिवारी (जन्म : 18 जनवरी, 1933): दैनिक ‘देशबंधु’ के सलाहकार सम्पादक श्री तिवारी को जयहिन्द, नई दुनिया, नवभारत टाइम्स, वार्ता, दिनमान, हितवाद, आदि समाचार-पत्रों से संबद्ध रहने तथा ‘महाकौशल’ तथा ‘जनसभा’ का सम्पादक रहने का गौरव मिला है। अनेक पुस्तकों के लेखक श्री तिवारी सामाजिक संस्थाओं से भी संबद्ध रहे हैं।
11. रामाश्रय उपाध्याय (जन्म : 1 अगस्त, 1919): स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री उपाध्याय ने नागपुर के ‘लोकमान्य’ से पत्रकारिता प्रारंभ की और दैनिक ‘देशबंधु’ के सम्पादक रहे । उनका बहुचर्चित एवं बहुप्रशंसित स्तंभ ‘एक दिन की बात’ ‘लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में सर्वाधिक अवधि तक चलने वाले ‘स्तम्भ’ के कीर्तिमान के रूप में अंकित है।
12. गोविन्द लाल वोरा (जन्म : 12 मार्च, 1932) : ‘अमृत संदेश’ के मुख्य सम्पादक श्री वोरा ‘पं०. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय’ के पत्रकारिता विभाग के संस्थापक विभागाध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने अनेकानेक साहित्यिक संस्थाओं की स्थापना में सहयोग दिया है। उन्हें अनेकानेक बार सम्मानित किया गया है। उन्होंने विश्वव्यापी भ्रमण किया है।
13. चन्दूलाल चन्द्राकर (जन्म : 1 जनवरी, 1921, मृत्यु : 2 फरवरी, 1995) : दुर्ग जिले के निपानी गाँव में जन्मे चन्द्राकर एक कुशल राजनेता होने के साथ एक पत्रकार भी थे। पत्रकार के रूप में उन्होंने 9 ओलम्पिक खेलों और 3 एशियाई खेलों की रिपोर्टिंग की। वे दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ के संपादक भी रहे। वे पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री तथा केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण आन्दोलन को उन्होंने गतिशीलता प्रदान की।
14. कमलेश गोगिया (जन्म : 17 जुलाई, 1975) : राज्य सरकार ने रायपुर निवासी श्री कमलेश गोगिया को खेल पत्रकारिता के माध्यम से छत्तीसगढ़ के खेल इतिहास के शोधपूर्ण अध्ययन, गहन तथा पूर्ण अन्वेषण, राज्य के खिलाड़ियों के इतिहास को आम पाठक तक पहुंचाने, खेल के साहित्य की गम्भीर विवेचना और खेल के सांस्कृतिक पक्ष को उजागर करने के लिए चन्दूलाल चन्द्राकर फेलोशिप से सम्मानित किया है।
 

Leave a Comment